इंदौर. गोल्डन फाॅरेस्ट इंडिया लिमिटेड की जमीन को लेकर चल रहे प्रकरण में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सुप्रीम कोर्ट के द्वारा लगाई गई रोक के बाद भी यहां की जमीन के क्रय-विक्रय में गारंटर बनकर अवैध रूप से सहयोग कर रहा था।
एसटीएफ एसपी पद्म विलोचन शुक्ला ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गोपाल सिंह निवासी ग्राम नावदा तहसील महू है। आरोपी द्वारा गोल्डन फाॅरेस्ट की कई जमीनों के सौदे में गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए गए थे, जबकि गोल्डन फॉरेस्ट इंडिया लिमिटेड की पूरे भारत की जमीन के क्रय-विक्रय पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी थी। वर्ष 2017 में दर्ज हुए मामले में ग्राम पानदा के सर्वे नंबर 315/3 रकबा 1.174 हेक्टेयर भूमि का अवैद्य क्रय-विक्रय करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
मामले की विवेचना में आरोपी गोपाल अंजाना को लेकर जानकारी मिली की जो जमीनें अवैध रूप से बेची थी, उसमें हुई रजिस्ट्री में ये गवाह के तौर पर शामिल रहा है। इसी तरह इसके साथ दूसरी रजिस्ट्री में गवाह राजेन्द्र सिंह पिता शेर सिंह ठाकुर निवासी ग्राम पानदा भी है, जो थाना किशनगंज थाने के एक अपराध में केन्द्रीय जेल जबलपुर में बंद है, उसे जल्द ही टीम जेल से गिरफ्तार करेगी।