जेएनयू छात्र शरजील इमाम की तीन दिन की हिरासत बढ़ी, एएमयू में दिया था विवादित बयान

देशद्रोह के केस में बंद शरजील इमाम की तीन दिन की पुलिस रिमांड बढ़ा दी गई है। शरजील को आज साकेत कोर्ट परिसर में मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के समक्ष लाया गया। बता दें कि आज उनकी पुलिस हिरासत समाप्त हो गई थी।बता दें कि शाहीन बाग में प्रदर्शन के कथित समन्वयक और देशद्रोह के आरोपी जेएनयू के शोधार्थी शरजील इमाम को इससे पहले पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया था। तब पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों ने शरजील को गद्दार बताते हुए नारे लगाए थे। पोस्टर लगाकर उसे सख्त सजा देने की मांग की गई थी। भारी विरोध और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए भारी पुलिस बल और सीआरपीएफ की तैनाती की गई थी। 

शरजील के खिलाफ उत्तर प्रदेश, दिल्ली असम और अन्य राज्यों में भी देशद्रोह सहित संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं। बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे पटना से दिल्ली लाई है। 

इसके बाद देश के कई हिस्सों में भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शरजील इमाम की गिरफ्तारी पर कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया था। कन्हैया कुमार ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के विवादित भाषण का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर शरजील पर मुकदमा तो अनुराग ठाकुर पर ऐसा बयान देने के लिए देशद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हुआ। 

साथ ही कन्हैया ने कहा है था कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) आग में तेल डालने का काम कर रहा है। महाराष्ट्र के परभणी के पाथरी में सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ रैली को संबोधित करने के दौरान कन्हैया ने आरोप लगाया था कि मोदी और शाह ने गुजरात चुनावों के दौरान हिंदू और मुस्लिमों के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश की थी। अब वही हथकंडा वे देश में आजमा रहे हैं।